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रविवार, 19 मई 2013

मुश्किलों भरा ‘रेल टिकट’ बुक कराना

छुट्टियां हो गई हैं ऐसे में हर कोई अपनी दादी-नानी के घर या घूमने जाने का प्लान बनाता है। और जब वो इसके लिए रेल टिकट बुक करता है तो काफी मशक्कत के बाद भी उसे रेल टिकट हासिल नहीं हो पाता। रिजर्वेशन कराया लेकिन सीट कंफर्म नहीं हुई, तत्काल टिकट लेने गए तो पता चला समय से पहले ही सारे के सारे रेल टिकट बुक हो गए और जब इन सबसे भी बात नहीं बनी और ब्रोकर के जरिए टिकट लेना चाहा तो वहां भी पैसों की बारिश करने के बाद भी निराशा ही हाथ लगती है। 

नए रेल बजट के बाद तत्काल रेल टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए तत्काल रेल टिकट बुकिंग 8 की बजाए 10 बजे की और उसे सिर्फ यात्रियों के लिए खोला ताकि ब्रोकर टिकट न खरीद पाएं लेकिन ब्रोकरों ने दूसरा रास्ता निकाल कर यात्रियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी। 

तत्काल रेल टिकट बुकिंग के नए नियम


अब तत्काल टिकटों की बुकिंग सुबह 8 बजे की जगह सुबह 10 बजे से शुरू होगी। ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से खुलने के एक दिन पहले से तत्काल बुकिंग हो सकेगी। इसके अलावा, बुकिंग ओपन होने के 2 घंटे के दौरान (सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच) रेलवे के अधिकृत एजेंट भी ऑनलाइन या टिकट खिड़की से तत्काल टिकटों की बुकिंग नहीं करा सकेंगे। आईआरसीटीसी की वेबसाइट से रिजर्वेशन कराने पर अब एक आईपी एड्रेस से एक बार में सिर्फ दो टिकट बुक होंगे। दिन में 10 से 12 बजे के बीच कोई एजेंट तत्काल टिकट नहीं ले सकेगा। किसी एजेंट की यूजर आईडी के इस्तेमाल किए जाने पर उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा। 

एजेंट्स से ई-रेल टिकट बुक कराना अपराध

अब सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के दौरान एजेंट्स के जरिए रेलवे ई-टिकट खरीदना आपको भारी पड़ सकता है। रेलवे ने साफ किया है कि अगर कोई पैसेंजर इस समय सीमा के बीच एजेंट से टिकट खरीद कर यात्रा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे की समय सीमा के दौरान टिकट बुक करने का अधिकार सिर्फ यात्रियों को है, एजेंट्स को नहीं। रेलवे ने ये कदम एजेंटों की मनमानी के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर उठाया है। साथ ही, रेलवे ने यात्रियों को उन एजेंट्स से सावधान रहने की सलाह दी है जो टिकट बुकिंग और कैंसलेशन पर तय चार्ज से ज्यादा वसूलते हैं।

ऑथोराइज्ड एजेंट्स की लिस्‍ट जारी करेगा रेलवे 

यात्रियों की मदद के लिए आईआरसीटीसी जल्दी ही ऑथोराइज्ड एजेंटस की लिस्ट वेबसाइट पर डालेगा। इसके पहले भी रेलवे ने ऐसे कदम उठाए हैं जिससे यात्रियों को तत्काल या सामान्य टिकट मिलने में दिक्कतें ना हों। इन कदमों के तहत तत्काल टिकट बुकिंग का समय सुबह आठ बजे से बढ़ाकर दस बजे कर दिया गया है। साथ ही, एडवांस टिकट बुकिंग की अवधि भी 120 दिनों से घटाकर 60 दिन कर दी गई है। 

रिजर्वेशन, कैंसिलेशन और तत्काल टिकट महंगा

सेकेंड क्लास में टिकट कैंसिल करने पर अब 20 की जगह 30 रुपए कटेगा। जबकि स्लीपर में 30 और 40 की बजाय 60 रूपए कटेगा। वेटिंग और आरएसी के टिकट कैंसिल कराने पर अब 15 और 30 रूपए देने होंगे। सेकेंड और स्लीपर क्लास में आरक्षण शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है लेकिन बाकी श्रेणियों में इसमें इजाफा किया गया है, लेकिन सभी श्रेणियों के सरचार्ज में इजाफा किया गया है। सेकेंड और स्लीपर क्लास में यह शुल्क मौजूदा 10 और 20 रूपए से बढ़ाकर 15 और 30 रूपए कर दिया गया है।

ई-टिकट बुक कराना होगा आसान

आईआरसीटीसी से टिकट बुक कराने पर ट्रांजैक्शन फेल्ड जैसी दिक्कत से आपको छुटकारा मिलने वाला है। रेल टिकट  की ऑनलाइन बुकिंग को आसान बनाने के लिए आईआरसीटीसी एक नई स्कीम ‘रोलिंग डिपॉजिट स्कीम’ (आरडीएस) लॉन्च करने की तैयारी में है। आरडीएस स्कीम में आप आईआरसीटीसी के खाते में एडवांस पैसा जमा कर टिकट की बुकिंग करा सकते हैं। ये एक जमा खाते की तरह काम करेगा जिसे आप टॉप-अप भी करा सकते है। अभी ऑनलाइन टिकट के पेमेंट थर्ड पार्टी गेटवे के जरिए होता है। इस जरिए से टिकट बुक होने में काफी वक्त लगता है। कई बार बैंक का गेटवे व्यस्त होने की वजह से टिकट बुक नहीं हो पाती। इसी मुश्किलों से लोगों को बचाने के लिए आईआरसीटीसी ये पहल कर रहा है। आरडीएस स्कीम में रजिस्टर करावाने के लिए आपको 250 रुपये का चार्ज लगेगा। इसके अलावा अकाउंट में कम से कम 1,500 से 2,000 रुपये भी जमा करवाने होंगे।

1 मिनिट में 7,200 रेल टिकट होगी बुक 

रेल बजट पेश में नई ई-टिकटिंग प्रणाली शुरू हुई जिससे ऑनलाइन टिकट बुकिंग की गति तेज हुई। ये नई प्रणाली में एक मिनट के भीतर 7,200 टिकट बुक करने की क्षमता है, जबकि मौजूदा क्षमता एक मिनट में 2,000 टिकट बुक करने की है।